Monday, May 19, 2014

ई भी कोई नाम है महराज - भाग एक

बरगाही के भाई -:

यू तो बिहार के हरेक लोग इस नाम से परिचित होंगे लेकिन अगर आप खगड़ि‍या से बेगुसराय की और बढ़ते रहें तो इस नाम का अर्थ भी भली भांती समझ जाएंगे । हरेक दुसरे कदम पर लोग इसका उपयोग करते हुए सुनाई पड़ेंगे । दिल्ली पंजाब का ''इरिटेट वाला हैल्लाे'' या ''ओए'', ''अबे'' यहाँ का बरगाही भाई होता है । अब आप सोच रहे होगें की ये सम्बोधन है या गाली तो श्रीमान आपको बता दे ये ना ही सम्बोधन है और ना ही गाली ये तो प्यार है जो रिक्शे-ठेलेवाले से लेकर हरेक मजदूर की जुबान पर हरेक समय होता है । वैसे कुछ एलीट क्लास के लोग इसे गाली की श्रेणी में भी रखते है लेकिन मूल रूप से ये प्यार है । जो बेगुसराय के हृदय में बसता है ।

No comments:

Post a Comment

आपकी प्रतिक्रिया सादर आमंत्रित हैं