Tuesday, January 2, 2001

रोजमर्रा की दिल की बात डायरी लेखन के साथ

मन में आया था कुछ लिखू हिंदी में, सोचा बहुत हो गया मैथिली अब कुछ हिंदी की तरफ रुख किया, तो उठा लिया कलम और चल पड़ा डायरी लेखन की और..
अब हिंदी में अपनी दिन भर की बात लिखूंगा कुछ अलग कुछ नए अंदाज में...
इसी बहाने कुछ हिंदी भी सही हो जाएगी और कुछ मनोरंजन भी हो जाएगा और कुछ आप लोगो के करीब भी आ पाउँगा...
चलिए आशीर्वाद दीजिये की माँ सरस्वती इसी तरह मेरे साथ बनी रहे...